TODAY MURLI || 04-04-2018 प्रात:मुरली ओम् शान्ति "बापदादा" मधुबन || HINDI || (OM SHANTI)
"मीठे बच्चे - जीते जी मरजीवा बनो, हम अशरीरी आत्मा हैं, यही पहला पाठ अच्छी तरह से रोज़ पक्का करते रहो" प्रश्नः- सम्पूर्ण सरेन्डर किसको कहा जायेगा? उत्तर:- जो सम्पूर्ण सरेन्डर हैं वह देही-अभिमानी होंगे। यह देह भी हमारी नहीं, अभी हम नंगे बनते हैं अर्थात् तन-मन-धन जो कुछ है, वह बाबा को अर्पण करते हैं। सब मेरा मेरा समाप्त कर पूरे ट्रस्टी होकर रहना ही सम्पूर्ण सरेन्डर होना है। बाबा कहते - बच्चे, मेरा बनकर सबसे ममत्व मिटा दो। धन्धा धोरी करो, सम्भालो, माँ बाप की पालना का कर्जा उतारो परन्तु बाप की श्रीमत पर ट्रस्टी होकर। गीत:- दर पे आये हैं कसम ले..... ओम् शान्ति। बच्चों ने गीत सुना। जरूर गीत में रहस्य भरा हुआ है, जो बाप बैठ इनका अर्थ समझाते हैं। इसको कहा जाता है जीते जी मरकर बाप का बनना। बाप का बनने के बाद फिर टीचर वा गुरू करते हैं। ऐसे भी नहीं सभी लौकिक गुरू करते हैं। मैजारिटी गुरू करते हैं। क्रिश्चियन लोग भी जब बच्चा पैदा होता है तो क्रिश्चियनाइज़ करते हैं। गुरू की गोद में जाकर देते हैं। फिर पादरी हो या कोई भी हो। पादरी तो क्राइस्ट नहीं हुआ। कहेंगे उनके न